Sochta Houn हिंदी में - Ustad Nusrat Fateh Ali Khan | hindilyricsbundles

 

Sochta Houn (Remix) (Dekhte) - Ustad Nusrat Fateh Ali Khan & A1 MelodyMaster - OSA Official HD Video - Ustad Nusrat Fateh Ali Khan Lyrics





Singer Ustad Nusrat Fateh Ali Khan
Music Broadcast Music Inc
Song Writer Ustad Nusrat Fateh Ali Khan








सोचता हू-3

कि वो कितने मासूम थे

सोचता हू कि वो कितने मासूम थे

क्या से क्या होगये देखते देखते-2

सोचता हू कि वो कितने मासूम थे-2

क्या से क्या होगये देखते देखते-2

मेंने पत्त्थर से जिंको बनाया सनम-2

वो खुदा हो गये देखते देखते

मेंने पत्त्थर से जिंको बनाया सनम-2

वो खुदा हो गये देखते देखते

हशर है वहशते दिल की आवारगी -3
हमसे पूछो मोहब्बत की दीवानगी - 2
हशर है वहशते दिल की आवारगी, हम से पूछो मोहब्बत की दीवानगी
जो पता पुछते किसी का कभी -2
लापता हो गए देखते देखते
जो पता पुछते थे किसी का कभी, लापाता हो गए देखते देखते -3
हमसे ये सोच कर कोई वादा करो -3
एक वड़े पे उमरें गुजर जाएंगी -2
हमसे ये सोच कर कोई वादा करो
एक वडे पे उमरें गुजर जाएंगी
ये है दुनिया यहां कितने एहल-ए-वफा -2
बेवफा हो गए देखते देखते
"सरगम"
ये है दुनिया यहां कितने एहल-ए-वफा, बेवफा हो गए देखते देखते-3
के हमसे ये सोच कर कोई वादा करो, एक वडे पे उमरें गुजर जाएगी -2
हमसे ये सोच कर कोई वादा करो
दीन चुपग्या,
हो दिन चुपके-चुपग्या-चुपग्या-2
दिन चुप गया सूरज का कहीं नाम नहीं है-2
ओ वड़ा शिकाल अब भी तेरी शाम नहीं है-3
ओ वाड़ा शिकाल - वाड़ा शिकलो
शब-ए-वाड़ा - शब-ए-वाड़ा ये रहा करता है बातें दिल से
देहके यार आता है पहले या कज़ा आती है
कल से कल हूं मैं
कल से कल हूं भला खाक मुझे कल आए-2
कल का वादा था न वो आज आया न वो कल आया
ओ वाड़ा शिकाल - वाड़ा शिकाल -2
रोज़ का इंतज़ार को करे -2
आपका ऐतबार को करे
ओ वाड़ा शिकाल - वाड़ा शिकाल -2
हो चुका वड़ा के कब आई गा -2
देखे अब न भूल जाए गा
ओ वाड़ा शिकाल - वाड़ा शिकाल -2
भला कोई वादा खिलाफी की थी -2
हिसब अपने - फैसला अपने दिल मैं लगा कर तो सोच
भला कोई वादा खिलाफी की थी
हिसब अपने - फैसला अपने दिल मैं लगा कर तो सोच
कयामत का दिन आ गया रफ्ता-रफ्ता
मुलकत का दिन बदलते-बदलते
ओ वाड़ा शिकाल - वाड़ा शिकाल -2
रे हमसे ये सोच कर कोई वादा करो
एक वड़े पर उमरें गुजर जाएंगी-2
ये है दुनिया यहां कितने एहल-ए-वफा -2
बेवफा हो गए देखते देखते
ये है दुनिया यहां कितने एहल-ए-वफा, बेवफा हो गए देखते देखते
गैर की बात तस्लीम क्या किजिये -2
गैर की बात तस्लीम क्या किजिये
अब तो खुद पर भी हमको भरोसा नहीं-2
गैर की बात तस्लीम क्या किजिये, अब तो खुद पर भी हमको भरोसा नहीं
अपना साया स्मझते थे जिन्को कभी-2
वो जुदा हो गए देखते देखते
अपना साया स्मझते थे जिन्को कभी, वो जुदा हो गए देखते देखते
सोचा हूं के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या होते देखते देखते हैं तो हम पर बरस पाए
हशर है वहश ए दिल की आवारगी
हमसे पूछो मोहब्बत की दीवानगी
जो पता पूछे थे किसी का कभी
ला पाता हो गए देखते देखते
हमसे ये सोच कर कोई वादा करो...
दिन चुप गया सूरज का कहीं नाम नहीं है
ओ वड़ा शिकन अब भी तेरी शाम नहीं है
ये है दुनिया यहाँ कितने ऐसे हैं वफ़ा
बेवफा हो गए देखते देखते
गैर की बात 'तसलीम' क्या की
अब तो खुद पर भी हमको भरोसा नहीं
अपना सया समजते द जिन्को कभी
वो मिला हो गए देखते देखते








कोई टिप्पणी नहीं:

if you have any doubt or query please comment below

Blogger द्वारा संचालित.